Rice Export Ban: गैर-बासमती चावल का निर्यात 20 जुलाई,2023 से बंद है.
नई दिल्ली:
भारत की ओर से चालू वित्त वर्ष के अप्रैल-मई में 122.7 मिलियन डॉलर के गैर-बासमती चावल का निर्यात किया गया है. सरकार की ओर से उत्पादन और उपलब्धता को नजदीक से मॉनिटर किया जा रहा है. वाणिज्य और इंडस्ट्री राज्य मंत्री जितिन प्रसाद ने लोकसभा में एक लिखित जवाब में यह बात कही. केंद्रीय मंत्री की ओर से उपलब्ध कराए गए डेटा के मुताबिक,वित्त वर्ष 2023-24 के बीच भारत की ओर से 852.53 मिलियन गैर-बासमती चावल का निर्यात किया गया है. यह वित्त वर्ष 2021-22 और 2022-23 में 2 अरब डॉलर और 2.2 अरब डॉलर था.
भारत की ओर से मालदीव को 1,24,218.36 मीट्रिक टन,मॉरीशस को 14,000 मीट्रिक टन,मलावी को 1,जिम्बाब्वे को 1,000 मीट्रिक टन और नामीबिया को 1,000 मीट्रिक टन गैर-बासमती चावल का निर्यात किया है.
इसके अलावा अन्य देश जैसे फिलीपींस को 2,95,सेशेल्स को 800 मीट्रिक टन,कोमोरोस को 20,मेडागास्कर को 50,इक्वेटोरियल गिनी को 10,मिस्र को 60,केन्या को 1,00,000 मीट्रिक टन और तंजानिया को 30,000 मीट्रिक टन गैर-बासमती चावल का निर्यात किया गया था.
इसके अलावा निर्यात को बढ़ाने के लिए सरकार की ओर से कई स्कीम जैसे ट्रेड इन्फ्रास्ट्रक्चर फॉर एक्सपोर्ट स्कीम (टीआईईएस) और मार्केट एक्सेस इनिशिएटिव (एमएआई) स्कीम चलाई जा रही है.साथ ही अधिक श्रम की खपत वाले निर्यात को बढ़ाने के लिए सरकार 2019 से राज्य और केंद्रीय करों व लेवी में छूट योजना चलाई जा रही है.
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