नई दिल्ली:
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज आम बजट (Union Budget 2024) पेश किया. बजट के इस ओलंपिक में कई चैंपियन बनकर उभरे,लेकिन आज हम उन चार खास लोग और वर्ग का जिक्र करेंगे,जिन्होंने मेडल जीता है और ये हैं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार,आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू,देश का युवा और देश का मीडिल क्लास.
सबसे पहले बात नीतीश कुमार की. विपक्ष के 'इंडिया' गठबंधन बनाने के सूत्रधार नीतीश कुमार चुनाव से ऐन पहले जनवरी में बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए में शामिल हो गए थे. उनके इस कदम की उस वक्त काफी चर्चा हुई थी,लेकिन लंबा राजनीति अनुभव रखने वाले नीतीश कुमार ने भांप लिया था कि एक बार फिर से एनडीए की ही सरकार बनेगी और गरीब प्रदेश बिहार को विकास के ट्रैक पर और तेज दौड़ना है तो केंद्र विशेष मदद का जरूरत होगी.
बजट में नीतीश को ज्यादा मेडल :
पटना-पूर्णिया एक्सप्रेस-वेबक्सर-भागलपुर एक्सप्रेस-वेबोधगया-राजगीर-दरभंगा एक्सप्रेस-वेबक्सर में गंगा नदी पर पुलसड़क पुल के लिए 26,000 करोड़पावर प्रोजेक्ट के लिए 21,400 करोड़सिंचाई के लिए 11,500 करोड़महाबोधी मंदिर कॉरिडोरविष्णुपद मंदिर कॉरिडोरराजगीर के विकास के लिए योजनाएंनालंदा को पर्यटन केंद्रनए मेडिकल कॉलेजनए एयरपोर्टखेल इंफ्रा का विकास
विशेष दर्जा नहीं तो विशेष मदद हमारी मांग थी- नीतीश कुमार
जेडीयू अध्यक्ष और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बजट आने पर कहा कि केंद्र सरकार से विशेष मदद मिलनी शुरू हो गई है. अब राज्य का और तेजी से विकास होगा. हमने कहा था कि विशेष राज्य का दर्जा नहीं तो विशेष मदद दी जाए. केंद्र से अतिरिक्त मदद मिलेगी तो विकास को और गति मिलेगी. उन्होंने कहा कि हम विशेष राज्य के दर्जे की मांग कर रहे थे,लेकिन कहा गया कि इसे समाप्त कर दिया गया है. इसके बाद विशेष मदद की मांग थी,जिसकी शुरुआत हो गई है.
आंध्र को सहायताप्रगतिशील और आत्मविश्वास बढ़ाने वाला- नायडू
वहीं मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने केंद्र सरकार की इस मदद के लिए आभार जताया और कहा कि आंध्र प्रदेश के लोगों की ओर से,मैं केंद्रीय बजट 2024-25 में हमारे राज्य की जरूरतों को पहचानने और राजधानी,पोलावरम,औद्योगिक स्वीकृतियों और आंध्र प्रदेश में पिछड़े क्षेत्रों के विकास पर ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को धन्यवाद देता हूं. ये प्रगतिशील और आत्मविश्वास बढ़ाने वाला है.
टीडीपी अध्यक्ष चंद्रबाबू नायडू साथ में हुए लोकसभा और विधानसभा चुनाव से पहले एनडीए में शामिल हो गए थे,जिसका बीजेपी और डीटीपी दोनों को लाभ हुआ. जहां राज्य में बड़े बहुमत के साथ टीडीपी की वापसी हुई वहीं केंद्र में बहुमत से दूर रही बीजेपी को टीडीपी की जीती 16 सीटों का निर्णायक समर्थन मिला. बजट में इसी का लाभ आंध्र प्रदेश को भी मिला है.
युवा सपनों की ऊंची छलांग :
EPFO के तहत पहली बार रोजगार पाने वालों को तोहफा15 हजार रुपये तीन किश्तों में मिलेंगे2.10 करोड़ युवाओं को होगा फायदा10 लाख रुपये तक का शिक्षा ऋण500 टॉप कंपनियों में 1 करोड़ युवाओं को इटर्नशिपइंटर्न को 5 हजार रुपये मिलेंगेकौशल विकास के लिए 1.48 लाख करोड़अब 10 के बजाय 20 लाख तक मुद्रा लोन
छोटे आयकर दाताओं को एडवांटेज
0-3 लाख- 0%3-7 लाख- 5%7-10 लाख- 10%10-12 लाख- 15%12-15 लाख- 20%15 लाख से ऊपर- 30%नई टैक्स व्यवस्था चुनने वालों को 17,500 तक की बचत
बजट में किसान,मजदूर,युवा,छात्र,महिला,उद्यमी,नवाचार,शिक्षा,विरासत सबको कुछ ना कुछ दिया गया है. देश के समृद्धि को प्रभावित करने वाले कारकों के साथ-साथ लोगों के निजी हितों का भी विशेष ध्यान रखा गया है. साथ ही सरकार ने उन सभी जनकल्याणकारी योजनाओं को विस्तारित करने का भी ऐलान किया है,जो कि मौजूदा समय में लोगों के निजी हितों को सकारात्मक तरीके से प्रभावित कर रहे हैं.
अगले 5 साल तक मुफ्त राशन
कोरोना काल में केंद्र सरकार ने सभी लोगों को मुफ्त में राशन उपलब्ध कराने के मकसद से मुफ्त राशन देने की योजना शुरू की थी. इसे आगामी पांच साल के लिए और बढ़ाने का ऐलान किया गया है. इसके अलावा,इस साल कृषि और संबद्ध क्षेत्रों के लिए 1.52 लाख करोड़ रुपये का भी प्रावधान किया गया है. कृषि की भूमिका ध्यान में रखते हुए किसानों पर विशेष फोकस किया गया है.
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