Fraud Case: 2017 में वॉल स्ट्रीट जर्नल की एक रिपोर्ट में इस धोखाधड़ी का खुलासा हुआ.
नई दिल्ली:
अमेरिका की एक अदालत ने भारतीय मूल के अमेरिकी बिलयेनर बिजनेसमैन ऋषि शाह को साढ़े सात साल जेल की सजा सुनाई है. ऋषि शाह आउटकम हेल्थ (Outcome Health) नाम की कंपनी के को-फाउंडर हैं. इस कंपनी पर 8,300 करोड़ रुपये (1 बिलियन डॉलर) की धोखाधड़ी करने का मामला सामने आया था. इस धोखाधड़ी में गोल्डमैन सैक्स,गूगल की पैरेंट कंपनी अल्फाबेट और इलिनोइस के गवर्नर जेबी प्रिट्जकर की वेंचर कैपिटल फर्म जैसे बड़े इन्वेस्टर भी ठगे गए थे.
इस तरह हुई कंपनी की शुरुआत
Bloomberg की एक रिपोर्ट के अनुसार,ऋषि शाह ने यूनिवर्सिटी के दिनों में ही आउटकम हेल्थ कंपनी की शुरुआत की थी. उस वक्त कंपनी का नाम कॉन्टेक्स्ट मीडिया हेल्थ था. साल 2006 में स्थापित इस कंपनी का मकसद हेल्थकेयर प्रोवाइडर,डॉक्टरों के दफ्तरों में टीवी लगाकर मरीजों को हेल्थ एडवारटाइजमेंट दिखाना था. इससे कंपनी की वैल्यूएशन (मूल्य) बहुत तेजी से बढ़ी और इसने निवेशकों को आकर्षित किया. इसके साथ ही श्रद्धा अग्रवाल भी को-फाउंडर के तौर पर कंपनी से जुड़ गई.
2010 तक,आउटकम हेल्थ टेक्नोलॉजी और हेल्थकेयर इन्वेस्टेमेंट सेक्टर में एक बड़ा नाम बन चुका था. कंपनी तेजी से तरक्की कर रही थी और मोटा मुनाफा कमा रही थी,जिससे 38 वर्षीय ऋषि शाह शिकागो के बिजनेस इंडस्ट्री में एक चमकता सितारा बन गए. लेकिन इस सफलता के पीछे धोखाधड़ी का बड़ा खेल चल रहा था.
कैसे हुआ 8,300 करोड़ रुपये का फर्जीवाड़ा?
यूएस कोर्ट के वकीलों का कहना है कि ऋषि शाह ने अपने साथियों श्रद्धा अग्रवाल,ब्रैड पर्डी के साथ मिलकर कंपनी की वित्तीय स्थिति को बेहतर बताकर निवेशकों,ग्राहकों और उधारदाताओं को धोखा दिया. दरअसल,कंपनी जितने विज्ञापन दिखा सकती थी,उससे कहीं ज्यादा बेचने का दावा किया जा रहा था और गलत आंकड़ों के जरिए 8,300 करोड़ रुपये के घोटाले को छिपाया जा रहा था.
कैसे हुआ धोखाधड़ी का खुलासा?
2017 में वॉल स्ट्रीट जर्नल की एक रिपोर्ट में इस धोखाधड़ी का खुलासा हुआ. इसके बाद गोल्डमैन सैक्स,अल्फाबेट जैसी कंपनियों ने आउटकम हेल्थ पर मुकदमा दायर किया. अप्रैल 2023 में ऋषि शाह को दोषी करार दिया गया.
अदालत ने ऋषि शाह को साढ़े सात साल,उनकी साथी को तीन साल और वित्तीय अधिकारी को दो साल से ज्यादा जेल की सजा सुनाई सुनाई है.
सजा सुनाए जाने के बादऋषि शाह को गलती का पछतावा
बीमारी से जूझ रहे ऋषि शाह ने सजा सुनाए जाते वक्त पछतावा जताया और अपनी गलती स्वीकार कर ली. उन्होंने एक बयान में माना कि आउटकम हेल्थ के तेजी से ग्रोथ का सही मैनेजमेंट करने में वे चूक गए . उन्होंने कहा कि कंपनी को बर्बाद करने वाले इस गलत पॉलिसी से उन्हें शर्म और पछतावा हो रहा है.यह स्वीकार करते हुए उन्होंने कहा,"मैंने जो कंपनी पॉलिसी बनाई,उसने मेरी टीम के लोगों को ग्राहक के सवालों के जवाब में गलत जानकारी देने की इजाजत दे दी.