नई दिल्ली :
Israel-Lebanon War : दुनिया के कई इलाके भीषण युद्धों से जूझ रहे हैं. युद्ध हर गुजरते वक्त के साथ कई जिंदगियों को मौत के मुंह में धकेल देता है. इजरायल और लेबनान के बीच छिड़े संघर्ष की कहानी भी इससे अलग नहीं है. इजरायल ने एक अक्टूबर को लेबनान में सीमित ग्राउंड ऑपरेशन शुरू किया था. इसके साथ ही हिज्बुल्लाह के ठिकानों पर उसकी एयर स्ट्राइक भी लगातार जारी है. हालांकि भीषण धमाकों से चौंधिया जाने वाली आंखों के सामने अब बेहद सुकून देने वाली शांति समझौते की किरण नजर आ रही है. अगर सब कुछ ठीक रहा तो इजरायल और लेबनान के बीच जल्द ही सीजफायर (Israel-Lebanon Ceasefire) का ऐलान हो जाएगा और कुछ दिनों के लिए ही सही यह जंग रुक जाएगी.
इजरायल की कैबिनेट युद्धविराम समझौते पर विचार के लिए आज एक बैठक करने जा रही है. टाइम्स ऑफ इजरायल ने एक मंत्री के कार्यालय का हवाला देते हुए बताया कि इजरायली कैबिनेट तेल अवीव में मंगलार को इजरायल डिफेंस फोर्सेज के किर्या मुख्यालय में युद्धविराम समझौते पर चर्चा के लिए बैठक करेगी.
नेतन्याहू के प्रवक्ता ने कहा कि इजरायल की कैबिनेट प्रस्तावित समझौते को लेकर मतदान करेगी और इसके पारित होने की उम्मीद है.
सीएनएन ने इस वार्ता से परिचित सूत्रों का हवाला देते हुए बताया कि वार्ता समझौते की ओर सकारात्मक रूप से आगे बढ़ती दिख रही है. हालांकि उन्होंने स्वीकार किया कि चूंकि इजरायल और हिज्बुल्लाह के बीच गोलीबारी जारी है,एक भी गलत कदम वार्ता को प्रभावित कर सकता है.
एक्सियोस के अनुसार,समझौते के मसौदे में निगरानी के लिए अमेरिका के नेतृत्व वाली समिति की स्थापना का भी प्रावधान है,साथ ही अमेरिकी आश्वासन भी है कि यदि लेबनान की सेना ऐसा नहीं करती है तो इजरायल ऐसे खतरों के खिलाफ कार्रवाई कर सकता है.
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