विवादों में पूजा खेडकर
मुंबई:
पूजा खेडकर मामले में केंद्र की एक सदस्यीय कमेटी की रिपोर्ट सौंप दी गई है. जानकारी के मुताबिक केंद्र द्वारा सचिव स्तर के एक अधिकारी की नियुक्ति की गई थी. विवादास्पद आईएएस प्रोबेशनरी पूजा खेडकर को अपनी उम्मीदवारी के दावे को सत्यापित करने के लिए दो सप्ताह का समय दिया गया था. समिति ने पूजा की विकलांगता और उसकी ओबीसी गैर-क्रीमी लेयर स्थिति की जांच पूरी की. सचिव ने अपनी रिपोर्ट कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटी) को सौंप दी है.
पूजा खेडकर के पिता दिलीप खेडकर को शुक्रवार को पुणे की एक सत्र अदालत ने भूमि विवाद में किसानों को बंदूक से धमकाने से संबंधित मामले में अग्रिम जमानत दे दी. अधिवक्ता सुधीर शाह ने बताया कि अदालत ने अपने आदेश में कहा है कि हत्या के प्रयास का आरोप मनोरमा खेडकर पर है दिलीप खेडकर पर नहीं. उन्होंने कहा कि दिलीप खेडकर के खिलाफ अपराध जमानती प्रकृति के हैं. अधिवक्ता ने बताया कि अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश ए एन मारे ने इस शर्त के साथ जमानत दी कि दिलीप खेडकर मामले में गवाहों से संपर्क नहीं करेंगे,उन्हें प्रभावित करने की कोशिश नहीं करेंगे और जांच एजेंसी के साथ सहयोग करेंगे.
पूजा के माता-पिता की वैवाहिक स्थिति पर भेजी गई रिपोर्ट
पुणे पुलिस ने विवादों में घिरीं प्रशिक्षु आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर के माता-पिता की वैवाहिक स्थिति के बारे में एक रिपोर्ट महाराष्ट्र सरकार को भेज दी है. पुलिस अधिकारी ने बताया कि दंपति दिलीप और मनोरमा खेडकर ‘‘कानूनी रूप से अलग हो गए हैं''. उन्होंने इस बारे में और अधिक जानकारी नहीं दी. दरअसल केंद्र ने पुणे पुलिस को निर्देश दिया था कि वह विवादों में घिरीं भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) की प्रशिक्षु अधिकारी पूजा खेडकर के माता-पिता की वैवाहिक स्थिति से उसे अवगत कराए.
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