500 गीगावाट के लक्ष्य से 100 गीगावाट तक पीछे रह सकता है भारत
नई दिल्ली:
भारत के 2030 तक 500 गीगावाट नवीकरणीय ऊर्जा लक्ष्य को पूरा करने के लिए 300 अरब अमेरिकी डॉलर के संचयी निवेश की आवश्यकता होगी,जिसके लिए वार्षिक वित्तपोषण को हर वर्ष 20 प्रतिशत की दर से बढ़ाना होगा. ऐसा न करने पर वह इस महत्वपूर्ण लक्ष्य से चूक सकता है. भारत अगर वार्षिक वित्त पोषण के वर्तमान स्तर से 20 प्रतिशत नहीं बढ़ाता है तो वह 2030 तक 500 गीगावाट (जीडब्ल्यू) नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता स्थापित करने के अपने लक्ष्य को हासिल करने में विफल हो सकता है.
एम्बर में भारत के लिए वरिष्ठ ऊर्जा विश्लेषक नेशविन रोद्रिग्स ने कहा,‘‘ नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं के लिए परियोजना-विशिष्ट वित्तपोषण जोखिमों को समझना लक्षित शमन उपायों को तैयार करने की कुंजी है जो पूंजी की लागत को कम रखते हैं. नवीकरणीय ऊर्जा में जोखिम विकसित करने वाले कारकों के प्रति सजग रहना उनके विकास को बनाए रखने और यह सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक है कि भारत अपने नवीकरणीय ऊर्जा लक्ष्यों को पूरा करे.''
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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