Indian Economy: वित्त वर्ष 2023-24 की संशोधित वास्तविक GDP वृद्धि दर 9.2% दर्ज की गई है
नई दिल्ली:
भारतीय अर्थव्यवस्था वैश्विक अस्थिरता के बावजूद लगातार मजबूती बनाए हुए है. इसका कारण कृषि क्षेत्र का बेहतर प्रदर्शन और उपभोग में वृद्धि है. भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के ताजा मासिक बुलेटिन में यह जानकारी दी गई है.बुलेटिन के अनुसार,बढ़ते व्यापार तनाव और टैरिफ संबंधी चुनौतियां वैश्विक अर्थव्यवस्था की मजबूती की परीक्षा ले रही हैं. वैश्विक वित्तीय बाजारों में बढ़ती अस्थिरता से दुनिया की आर्थिक वृद्धि दर प्रभावित हो सकती है. हालांकि,इन चुनौतियों के बीच भारतीय अर्थव्यवस्था मजबूत बनी हुई है.
खपत और सरकारी खर्च में बढ़ोतरी
निजी उपभोग व्यय में इजाफा हो रहा है,जो मजबूत उपभोक्ता विश्वास और निरंतर मांग को दर्शाता है. साथ ही,हाल के महीनों में सरकारी खर्च भी बढ़ा है,जिससे आर्थिक विकास को और गति मिली है.
कुल मिलाकर,भारतीय अर्थव्यवस्था वर्तमान वैश्विक चुनौतियों के बावजूद मजबूती से आगे बढ़ रही है. खुदरा महंगाई में गिरावट,सरकारी खर्च में बढ़ोतरी और कृषि उत्पादन में सुधार से यह रफ्तार बनी रहने की उम्मीद है. हालांकि,वैश्विक वित्तीय अस्थिरता और विदेशी निवेश की स्थिति आगे की चुनौतियां हो सकती हैं.
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