अमेरिका का मिसाइल परीक्षण
नई दिल्ली:
US ICBM Test before Donald Trump victory speech: अमेरिका में राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव हो चुके हैं. दुनिया के सबसे ताकतवर देश का राष्ट्रपति होना अपने आप में गर्व की बात होती है. अमेरिका के राष्ट्रपति का एक बयान पूरी दुनिया के लिए संदेश होता है. कई बार तो उनके बयान से देश की अर्थव्यवस्था बनती बिगड़ जाती है. ऐसे यह तो साफ है कि अमेरिका का राष्ट्रपति बहुत बड़ी ताकत रखता है. वर्तमान में जो बाइडेन की सरकार है. कमला हैरिस इस सरकार में उपराष्ट्रपति हैं. डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से कमला हैरिस को राष्ट्रपति पद की रेस में उतारा गया था. उधर डोनाल्ड ट्रंप रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार थे. अब 5 नवंबर को वोटिंग समाप्त होने के बाद हुई वोटों की गिनती हुई और डोनाल्ड ट्रंप ने चुनाव जीत लिया. अगले साल जनवरी में डोनाल्ड ट्रंप राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे.
डोनाल्ड ट्रंप लगाते रहे हैं बाइडेन पर कमजोर सरकार का आरोप
चुनाव के दौरान डोनाल्ड ट्रंप और जो बाइडेन में मजबूत सरकार और कमजोर सरकार के दावे को लेकर एक दूसरे पर कई हमले किए गए. ट्रंप जहां बाइडेन को अमेरिका के इतिहास की सबसे कमजोर सरकार करार देते रहे वहीं बाइडेन की ओर से लगातार इस हमले को खारिज किया जाता रहा है. कमला हैरिस पर भी डोनाल्ड ट्रंप ने इस बात को लेकर कई हमले किए. कई महीनों के प्रचार के दौरान ट्रंप लगातार पहले बाइडेन और फिर कमला हैरिस को देश की छवि को खराब करने का आरोप लगाते रहे. देश की अर्थव्यवस्था और सेना और सैन्य ताकत को कमजोर करने की बात ट्रंप बोलते रहे हैं. ट्रंप का कहना था कि जिस प्रकार के वैश्विक हालात हैं और जैसी भूमिका अमेरिका की रही है उससे देश की छवि को नुकसान पहुंचा है.
ट्रंप के भाषण में अमेरिकी सेना का जिक्र
ट्रंप ने अमेरिका की सेना का जिक्र अपने विक्ट्री भाषण में भी किया था. अब चुनाव हो चुके हैं. आरोप-प्रत्यारोप का दौर खत्म हो गया है. ऐसे में खबर यह आ रही है कि अमेरिका ने आईसीबीएम मिसाइल का परीक्षण किया. यह परीक्षण ऐसे समय किया गया था जब डोनाल्ड ट्रंप ने चुनाव परिणामों में आश्वस्त जीत हासिल करने के बाद अपने विक्ट्री भाषण की तैयारी कर रहे थे.
अमेरिका ने रक्षा तैयारी दिखाने के लिए किया मिसाइल परीक्षण
बता दें कि अमेरिकी रक्षा बलों ने कथित तौर पर मिनुटमैन III अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (आईसीबीएम) का परीक्षण किया था. अमेरिका का यह कदम देश में चल रही रणनीतिक रक्षा तैयारी को दर्शाता है. इस परीक्षण में अमेरिका ने उत्तर कोरिया,ईरान को तो संदेश दिया है साथ अपने देश के लोगों को भी सुरक्षा का संदेश दिया. इससे देश और दुनिया को अमेरिका ने अपनी रक्षा तैयारियों की तत्परता का संदेश दिया है.
आधे घंटे में दुनिया के किसी भी कोने में हमला करने में सक्षम अमेरिकी
कैलिफ़ोर्निया में वैंडेनबर्ग स्पेस फोर्स बेस से यह मिसाइल लॉन्च की गई था. इस बैलिस्टिक मिसाइल ने उत्तरी प्रशांत में क्वाजालीन एटोल की दिशा में प्रशांत महासागर में 4,000 मील से अधिक की यात्रा की. 15,000 मील प्रति घंटे की गति के साथ,मिनिटमैन III की ट्रेजेक्टरी यह दर्शाती है कि अमेरिकी सेना 30 मिनट में दुनिया में कहीं भी किसी भी लक्ष्य को निशाना बना सकती है. हालांकि,मिसाइल दागने के बाद रक्षा अधिकारियों की ओर से स्पष्ट किया है कि परीक्षण की योजना नियमित अभ्यास के हिस्से के रूप में वर्षों पहले बनाई गई थी,जिसका उद्देश्य "परमाणु अमेरिकी बलों की तैयारी" को प्रदर्शित करना था.
भाषण में ट्रंप दुनिया को दे चुके हैं संदेश
स्पेस लॉन्च डेल्टा 30 के वाइस कमांडर कर्नल ब्रायन टाइटस ने एक बयान में कहा कि यह परीक्षण लॉन्च वैंडेनबर्ग में हमारे वायुसैनिकों के लिए एक उल्लेखनीय सप्ताह की शुरुआत का प्रतीक है,जिसमें पश्चिमी रेंज से दो परीक्षण लॉन्च निर्धारित हैं. ब्रायन ने कहा कि ये परीक्षण न केवल हमारे देश की रक्षा के लिए बहुत महत्व रखते हैं,बल्कि हमारी समर्पित टीम की असाधारण क्षमताओं और विशेषज्ञता को प्रदर्शित करने में भी महत्वपूर्ण क्षण के रूप में काम करते हैं. गौरतलब है कि डोनाल्ड ट्रंप ने अपने जीत के बाद दिए भाषण में ही दुनिया को कई संदेश दे दिए हैं.
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