चीन मौजूदा समय में अमेरिका के प्रतिबंधों का मुकाबले करने के लिए एक चिप फंड तैयार करने की कोशिशों में जुटा हुआ है. अब तक के अपने सबसे बड़े चिप फंड के लिए ड्रैगन 27 बिलियन डॉलर से अधिक जुटाने की प्रक्रिया में है. इस फंड से चीन को अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी.
ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के अनुसार, नेशनल इंटीग्रेटेड सर्किट इंडस्ट्री इन्वेस्टमेंट फंड अपने तीसरे व्हीकल के लिए स्थानीय सरकारों और स्टेट इंटरप्राइजेज से कैपिटल का एक पूल इकट्ठा कर रहा है, जो इसके दूसरे फंड के 200 बिलियन युआन से ज्यादा होना चाहिए.
यहां चिप मैन्युफैक्चरिंग के लिए सबसे अहम एरिया इक्विपमेंट्स लगाना है. कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में पहले भी 2014 और 2019 में इस इंडस्ट्री में बड़े स्तर निवेश की खबरें सामने आई थीं.
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग लंबे समय से सेमीकंडक्टर को लेकर आत्मनिर्भर होने पर जोर दे रहे हैं. दरअसल, पिछले कुछ साल में अमेरिका ने सेमीकंडक्टर के एक्सपोर्ट को लेकर नियंत्रित करने के लिए कई उपाय किए हैं.
कई रिपोर्ट्स में तो यह भी कहा गया है कि अमेरिका ने यह कदम इसलिए उठाया है ताकि चीन एडवांस चिप की मदद से अपनी मिलिट्री क्षमताओं को और ना बढ़ाए.
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