सीक्रेट सर्विस पर संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति की सुरक्षा का है जिम्मा
नई दिल्ली:
एक चुनावी रैली के दौरान कल पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर गोली चलाई गई. इस हमले में वो घायल हो गए. गोली उनके कान को टच करते हुए निकल गई. जिसके बाद वोजमीन पर गिर गए. इस दौरान उनकी सुरक्षा में खड़ेसीक्रेट सर्विस के एजेंटों ने उन्हें बचाया और सुरक्षित घेरा बनाकर उन्हें घटनास्थल से लेकर चले गए. हमले के बाद यूएस सीक्रेट सर्विस के एजेंटों ने काफी फुर्तीली के साथ काम किया. आखिरयूएस सीक्रेट सर्विस क्या है और इसकी स्थापना क्यों की गई है. आइए जानते हैं.
साल 1901 में राष्ट्रपति विलियम मैककिनले की हत्या के बाद सीक्रेट सर्विस को संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति की सुरक्षा का जिम्मा सौंपा गया. साल 1906 में,कांग्रेस ने राष्ट्रपति की सुरक्षा प्रदान करने के लिए सीक्रेट सर्विस के लिए कानून और धन पारित किया.
आज के समय मेंसीक्रेट सर्विस के ऊपर अमेरिका राष्ट्रपति,उप राष्ट्रपति,पूर्व राष्ट्रपति,उनके परिवारों और राज्य या सरकार के प्रमुखों की सुरक्षा का जिम्मा है. इसके अलावाराष्ट्रपति चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों को भी ये सुरक्षा प्रदान करती है.
ट्रंप पर हुए हमले पर यूएस सीक्रेट सर्विस ने एक बयान जारी कर कहा कि "13 जुलाई की शाम को लगभग 6:15 बजे,पेंसिलवेनिया के बटलर में पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप की रैली के दौरान एक संदिग्ध शूटर ने रैली स्थल के बाहर एक ऊंचे स्थान से मंच की ओर कई गोलियां चलाईं. यूएस सीक्रेट सर्विस के कर्मियों ने शूटर को मार गिराया,जो अब मर चुका है.
यूएस सीक्रेट सर्विस ने तुरंत सुरक्षा के उपाय किए और पूर्व राष्ट्रपति सुरक्षित हैं और उनकी जांच की जा रही है. एक व्यक्ति की मौत हो गई,और दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. घटना की अभी जांच चल रही है और सीक्रेट सर्विस ने औपचारिक रूप से संघीय जांच ब्यूरो को सूचित कर दिया है."
Video : Donald Trump Attacked: ट्रंप के कान को छूते हुए निकली गोली,हमले के पीछे क्या थी साजिश?
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